​Indian ​Church leaders misleading Christian​ against Bharatiya Janata Party (BJP) and other Hindu Groups​: PCLM

 A prominent Christian organization has accused the Church leaders of ‘misleading’ the Christian community vis-a-vis Bharatiya Janata Party (BJP), and Prime Minister Narendra Modi.

R L Francis, President of Poor Christian Liberation Movement (PCLM) has alleged that the Church leaders were misleading the Christian members in Sunday Mass in Churches under Delhi Catholic Archdiocese by instigating them against the BJP, RSS and Narendra Modi Government.

In a press release Francis, who is also a columnist and writer, said that without waiting for the inquiry results of some incidents related to Churches in Delhi, these leaders are inciting the members against Hindu organizations. They wanted to accuse the Hindu organizations and Modi government for these incidents, he said.

He further alleged that some Church leaders were trying to portray at the national and international levels that Christians in India were not safe under the Modi government. He said that one section of these leaders was so eager to take on the RSS and Modi Government that they had launched a free helpline number to show how the Christians were being persecuted by the Hindus.

Francis said that these leaders were active during the tenure of the then Prime Minister Atal Bihari Vajpayee. They have now become active with the change in the government at the centre once again.

Taking a dig at these leaders the PCLM leader said that had they started such a helpline for poor Christians, it would have benefitted them to resolve their problems. Francis further alleged that these leaders were trying to create ‘anti-BJP’ atmosphere in Delhi in view of the incumbent assembly elections and all their efforts were continuing in this direction. He wanted to know how many complaints of persecution they had received on their helpline from the Christians against the Hindus.

He said that Christians were minority in Delhi and they were living in peaceful atmosphere with their Hindu neighbours but these Church leaders were vitiating that peaceful ambience by their anti-Hindu campaign as part of their greater design and vested interests.

He also accused these leaders of trying to pursue US President Barack Obama to cancel his India visit. Giving a reference of a meeting of the Church leaders held at Bangalore before the visit of the US President, he said that they were divided amongst themselves hence could not force for the same. But when he came to India, they prevailed upon him to speak of religious conflicts invoking Article 25 of the Constitution, he added.

He appealed the Church leaders to stop such activities that would pollute the peaceful co-existence of Christians and Hindus in Delhi and India.

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ईसाई समुदाय को गुमराह कर रहा है चर्च नेतृत्व

 

नई दिल्ली,  ईसाई संगठन पुअर क्रिश्चियन लिबरेशन मूवमेंट ने ‘‘कुछ चर्च नेताओं’’ द्वारा ईसाई समुदाय को गुमराह किए जाने का आरोप लगाया है। वरिष्ट संतभकार और पुअर क्रिश्चियन लिबरेशन मूवमेंट के अध्यक्ष आर.एल. फ्रांसिस ने इस बात पर अफसोस जताया कि दिल्ली कैथोलिक आर्चडायसिस के अर्तगत आने वाले चर्चो में संडे माॅस के बीच में ‘‘भारतीय जनता पार्टी, राष्ट्रीय स्वयसेवक सघं और नरेन्द्र मोदो की अगुवाई वाली केंद्र सरकार के विरुद्व आम ईसाइयों को दिल्ली के कुछ चर्चो में हुई तथाकथित घटनाओं की आड़ में भड़काया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय और दिल्ली पुलिस की जांच का इंतजार किये बिना ही चर्च का एक वर्ग इन घटनाओं का ठीकरा नरेन्द्र मोदी और संघ परिवार पर फोड़ देना चाहता है।

वरिष्ट संतभकार और पुअर क्रिश्चियन लिबरेशन मूवमेंट के अध्यक्ष आर. एल. फ्रांसिस ने कहा कि चर्च के कुछ नेता राष्ट्रीय और अतंरराष्ट्रीय स्तर पर यह दिखाने की कोशिश कर रहे है कि देश की राजधानी दिल्ली समेत भारत में ईसाई सुराक्षित नही है। फ्रांसिस ने कहा कि चर्च का एक वर्ग नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार और राष्ट्रीय स्वयं सेवक सघं को निपटाने के लिए इतना उतावला हो रहा है कि उन्होंने कुछ दिन पहले एक निशुल्क हैत्पलाइन फोन नम्बर तक जारी कर दिया तांकि यह दर्शया जा सके कि भारत में ईसाई हिदुओं द्वारा कैसे उत्पीड़त किये जा रहे हैं।
मूवमेंट के अध्यक्ष आर. एल. फ्रांसिस ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी के समय भी इसी तरह के चर्च नेता अपने स्वार्थी ऐंजडा के तहत लगे हुए थे और एक बार फिर केंद्र में सरकार बदलते ही यह सर्किय हो गए हैं। फ्रांसिस ने कहा कि अगर इन्होंने गरीब ईसाइयों को चर्चो के अंदर आने वाली समास्याओं के निराकरण के लिए ऐसी किसी हैल्प लाईन को खोला होता तो उससे गरीब ईसाइयों को भी फायदा मिलता।

मूवमेंट के अध्यक्ष आर एल फ्रांसिस ने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनावों के दौरान भारतीय जनता पार्टी के विरोध में महौल बनाने के लिए चर्च नेतृत्व इस तरह की रणनीति बनाने में जुटा हुआ है। चर्च नेतृत्व को बताना चाहिए कि दिन भर में इस हैल्प लाईन पर कितने ईसाई हिंदुवादियों द्वारा उत्पीड़ित किये जाने की शिकायत दर्ज करवा रहे हैं। फ्रांसिस ने कहा कि दिल्ली में ईसाई समुदाय छोटी संख्या में है और वह विभिन्न क्षेत्रों में अपने हिंदु पड़ोसियों के साथ शांति से रह रहे हंै। चर्च नेतृत्व अपनी स्वार्थ पूर्ति के लिए उनके सामाजिक जीवन में विष घोलने से परहेज करे।

Source: WHN Media Network